शून्य से शिखर – Indian Corporates" एक प्रेरक और तथ्यात्मक पुस्तक है जो 35 भारतीय व्यवसायियों की असली सफलता की कहानियाँ साझा करती है। इस 355 पृष्ठों की किताब में आपको अज़ीम प्रेमजी, नारायणमूर्ति, उदय कोटक, अनिल अग्रवाल, किशोर बियानी जैसे दिग्गजों की वो कहानियाँ मिलेंगी जो उन्होंने संघर्ष, दूरदर्शिता और मेहनत से लिखी हैं।
यह सिर्फ जीवनी नहीं, बल्कि एक प्रेरणात्मक गाइड है जो यह सिखाती है कि:
✅ सही समय पर लिया गया निर्णय कैसे करोड़ों का रिटर्न दे सकता है।
✅ नेटवर्किंग और अवसर की पहचान कैसे जीवन बदल सकती है।
✅ लंबी अवधि का निवेश कैसे सामान्य व्यक्ति को करोड़पति बना सकता है।
✅ असफलताओं को कैसे सीढ़ी बनाकर सफलता तक पहुँचा जा सकता है।
यदि आप स्टार्टअप, बिजनेस, निवेश या आत्मविकास में रुचि रखते हैं, तो यह किताब आपके लिए किसी मार्गदर्शक से कम नहीं।
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