भारत का इतिहास देश भगतों से भरा हुआ है, जीनोने देश के लिए ना सिर्फ क़ुरबानी दी बल्कि यह सिद्ध भी किया कि जब तक वे इस धरती पर हैं, वह अन्याय ओर गुलामी को नहीं सहन करेगे | उनोंहोने देश पर हमला करने वाले अंग्रेजों को ना सिर्फ सबक सिखया बल्कि उनके देश में जाकर उनको मोत के घाट भी उतारा | महान शहीद क्रन्तिकारी राजीव दीक्षित इस बात के मिसाल हैं कि जिनोहों ने भी भारत वासियों पर जुल्म किये हैं उन्हें बक्शा नहीं गया, पर हा इस के लिए लंबा इंतजार करना होता हैं जो कि क्रन्तिकार्यों कि सहन शीलता का साबुत देते हैं | क्रन्तिकारी राजीव दीक्षित जो कि UP से निकला हुआ ऐसा क्रन्तिकारी ज्वालामुखी था जिस ने माँ भारती कि आन ओर शान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व ही स्वाधीनता के महान यज्ञ में ढाल दिया |
प्रिये पाठकों ! इस पुस्तक को लिखने का मेरा उदेश्य क्रांति की भुझ्ती मशाल को जिवंत करना हैं | यदि आप को महान क्रन्तिकारी राजीव दीक्षित की जीवनी से एक ऐसा रास्ता मिले जिस से आप क्रांति के रास्ते पर आ जाये, तो मैं समजुगा कि मेरे जीवन का उदेश्य ही पूरा हुआ |
मेरा दूसरा उदेश्य यह भी है कि आज कि परिस्थि में जहा हम अपने भारती संस्कृति को भूल रहे है इस समय हमे उन लोगों को इकठा करना है जो अपना लहू देकर इस भारत देश को वेदेशी आक्रमणों से बचा सकते है, मैं सोचता हूँ कि इस प्रकार की देश भगतो की की किताबों के माध्यम से हम उन सचे देश भगतों तक पहुंच जायेगें जो अपना तन मन धन देश को दान करने के लिए तेयार है | आप सब कि सहयोग से भारत देश बचने वाला है इस लिए अपने देश भगतों की किताबें ही ज्यादा से ज्यादा अपने बचों को पड़ने के लिए दे |
मुझे आप सब को खुशी हो रही हैं कि मुझे अमर शहीद राजीव दीक्षित जी की जीवनी लिखने का सोभाग्य प्राप्त हो रहा हैं | मैं यह सोचता हूँ कि हमें देश भगतों कि जीवनियों को अपने पास एक सम्पति के रूप में रखना चाहिए ताकि हम अपने आने वाली सन्तान को अछे संस्कार दे सके |
जय हिंद , जय राजीव दीक्षित जी
1st संस्करण – 1st Jan. 2011
2nd संस्करण - 27th Jan. 2022
Pages : 184
Publisher : Krantikari
Author : Krantikari VK Azad